ये एक ऐसी hindi sad poetry है जिसमें लिखने वाला ये जताने की कोशिश कर रहा है कि दो लोगो के बीच की याद कभी कड़वी तो तो कभी खूबसूरत हो सकती है। इस hindi sad poetry को आप पढ़े और खुद से compare कर के दिल को सुकून दे।
खारा है उसका क्या करें?
जहां देखो तुम ही तुम हो,
चाहे मोहब्बत हो या नफरतें,
नफ़रत करे तो कितना करे,
मोहब्बत की लत है, क्या करे?
सब करते तारीफ खूबसूरती की तुम्हारी,
उनको क्या बताएं?
पहाड़ भी दिखता खूबसूरत दूरबीन से है।
Hindi sad poetry with english substitle
Yaadein vishal hai samandar si,
Kahara hai uska kya kare?
Jahan dekho tum hi tum ho,
Chahe mohabbat ho ya nafratein,
Nafrat karein to kitna karein,
Mohabbat ki lat hai, kya karein?
Sab karte taarif khubshurti ki tumhari,
Unhe kya bataayein?
Pahad bhi dikhta khubsurat durbin se hai.
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